हॉस्टल के बाथरूम में मिला हिडेन कैमरा, छात्राओं का हंगामा
जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रावास में हिडेन कैमरे को लेकर छात्राओं ने हंगामा खड़ा कर दिया. हंगामा के बाद सोमवार रात में हॉस्टल में रह रही छात्राओ में डर और गुस्सा देखने को मिला. छात्राओं के हंगामे को देखकर कुलपति प्रो. वंदना सिंह को रात में ही मौके पर पहुंचना पड़ा. पूरा मामला सरायख्वाजा थाना के मीराबाई छात्रावास की है.
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में सोमवार की बीती रात एक ऐसा वाकया हुआ जिससे छात्राओं के बीच डर और आक्रोश की लहर दौड़ा दी. बाथरूम के शॉवर में छुपाए गए हिडेन कैमरे का आरोप लगाते हुए छात्राएं उग्र हो उठीं. जैसे ही यह खबर फैली, छात्रावास में अफरा-तफरी मच गई. कई छात्राएं रोने लगीं, तो कुछ गुस्से से तमतमा गईं. उन्होंने बाथरूम की रैंडम जांच के दौरान शॉवर में एक संदिग्ध कैमरे को देखा, जिससे उनमें असुरक्षा की भावना गहराने लगी.
अज्ञात नंबरों से छात्राओं को धमकी मिली
इस घटना के बाद स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कुलपति प्रो. वंदना सिंह को रात में ही मौके पर पहुंचना पड़ा. उन्होंने छात्राओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन उनकी बेचैनी और गुस्से के सामने सारे प्रयास नाकाम साबित हुए. छात्राओं का आरोप था कि उनके फोन के कैमरा डिटेक्टर ऐप में यह कैमरा सक्रिय दिख रहा था, जो उनकी निजता के उल्लंघन की गवाही दे रहा था. इस बीच, छह छात्राओं को अज्ञात नंबर से धमकी भरे मैसेज भी मिले, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई.
एक छात्रा बेहोश हो गई
कुछ छात्राओं ने बताया कि उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल्स आ रही थीं, जिनका लोकेशन गोरखपुर से जुड़ा बताया जा रहा है, लेकिन अब वो नंबर बंद जा रहा है. पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कैमरे का कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया. इस तनावपूर्ण माहौल में एक छात्रा बेहोश हो गई. तबीयत बिगड़ने पर कुलपति ने तुरंत अपनी गाड़ी से अस्पताल भेजा। सोशल मीडिया पर लाइव आकर छात्राएं अपनी पीड़ा और डर को बयां कर रही थीं. उनके साथ ही छात्रों ने भी विरोध में सड़कों पर उतरकर एंबुलेंस समेत कुछ वाहनों को रोककर हंगामा शुरू कर दिया.
कोई हिडेन कैमरा बरामद नहीं हुआ
कुलपति प्रो. वंदना सिंह का कहना है कि अब तक कोई हिडेन कैमरा बरामद नहीं हुआ है, लेकिन जांच जारी है. उधर, छात्राओं की मांग है कि उनके कमरों की भी तत्काल जांच कराई जाए ताकि उन्हें दोबारा इस भयावह स्थिति का सामना न करना पड़े.